सरगुजा के पहले दशहरे का आगाज डांडगांव से 27 सितंबर को कर्मा 28 को ठाकुर देव का होगा पूजा।

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सरगुजा के पहले दशहरे का आगाज डांडगांव से 27 सितंबर को कर्मा 28 को ठाकुर देव का होगा पूजा।

 




 बसंत यादव 

डाँड़गांव । सदियों पुरानी परंपरा के अनुसार प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी सरगुजा में आस्था के केंद्र माने जानें वाला सबसे पहले डांडगांव में दसई करमा दशहरे का आयोजन का आगाज डाँड़गांव के डाँड़गोइहा ठाकुर देव से कुँवर के पंचमी मास से शुरू होता है। इस वर्ष भी 27 सितंबर शनिवार के रात दसई कर्मा का आयोजन के साथ हजारों के संख्या में पुरी रात मादर के थाप पर कर्मा नित्य सैकड़ो गांव के महिला, पुरूष ठाकुर देव धाम में करेंगे।वहीं दूसरे दिन भोर 28 सितम्बर रविवार को ठाकुर देव धाम में पूजा अर्चना के साथ दशहरे मेले का आयोजन कर आंगन में मनाया जाता है, गांव की रूढ़ी प्रथा परंपरा ठाकुर देव को सैकड़ो गांव का कुलदेव व रक्षक माना जाता है सबसे पहले गांव में उनकी पूजा की जाती है आदिकाल से चली आ रही गांव के परंपरा अनुसार श्रद्धालु "ठाकुर देव" के आंगन में मंदार की ताल में लोग करमा नाचते-गाते हैं, सभी के मन में ठाकुर देव के प्रति श्रद्धा भक्ति -भाव देखने को मिलता है ठाकुर देवता सभी की मनोकामना पूरी करता है। इस संदर्भ में ठाकुर देव धाम के प्रमुख बैगा शिवा राम बिंझवार, सरपंच देवलोचन सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि धूमधाम से पूजा एवं दशहरे मेले की तैयारी किया गया है।जहाँ दूर दराज से दुकानदार भी भारी संख्या में दुकान लगाने यहाँ पहुँचते है शांति व्यवस्था के लिए पुलिस प्रशासन को भी सूचित किये हैं।ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोगों को आने की अपील की है।


आस पास से दर्जनों ग्राम पंचायतों में पूजा से पहले की जाती है तैयारी।


वही जैसे ही डाँड़गोइहा ठाकुर देव धाम में पूजा का समय आता है तो सैकड़ो साल पुरानी परंपरा के अनुसार आस पास के दर्जनों ग्राम पंचायतों के सभी घरों में रंग रोगन के अलावा अपने घर एंव पूजा शामिल होने के लिए दूर दूर के रिश्तेदारों को निमंत्रण देते हैं।तथा सरगुजा जिले सहती प्रदेश के अन्य जिले के लोग शामिल होते हैं।जहाँ दस से बीस हजार की संख्या में लोग आते हैं।


मन्नतों के साथ चढ़ती हैं बकरों की बलि।


ठाकुर देव को मानने वाले लोग अपनी मन्नते पूरी होने एंव इस पावन अवसर पर बकरों की बलि चढ़ाने की परंपरा है।वही इसके अलावा भी पूरे बारह महीने श्रद्धालुओं का दर्शन एवं अपने सुख दुख मंनन्त को लेकर ठाकुर देव धाम में माथा टेकने भारी संख्या में लोग आते हैं। प्राचीन समय से ही यह मान्यता है कि सरगुजा जिले में सबसे पहले डाँड़गांव के ठाकुर देव धाम में पूजा अर्चना के बाद दशहरे का आगाज होता है।उसके बाद सरगुजा पैलेस के साथ साथ गांवों में दशहरा कर्मा का त्यौहार मनाया जाता है।

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