सूरजपुर। बीते दिन सहकारिता विभाग की विभागीय समीक्षा बैठक में सहकारी आधार पर चल रही मिलों मूलतः माँ महामाया शक्कर कारखाना सूरजपुर को निजी स्वामित्व या सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीडी) मॉडल को सौपने का प्रस्ताव रखा गया है इस प्रस्ताव स्थानीय हितधारकों,विशेष रूप से किसानो,श्रमिकों और उन समुदायों के लिए गंभीर चिंता का विषय है जो इन सहकारी चीनी मिलों पर जीविकोपार्जन हेतु निर्भर है सहकारी संगठन विशेष रूप से ग्रामीण लोगो के लिए होता है ये संस्थाएं कृषि अर्थव्यव्यस्था का आधार है इस विषय पर विरोध करते हुए जिला कांग्रेस अध्यक्ष भगवती राजवाड़े के नेतृत्व में मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ को जिला कलेक्टर सूरजपुर के द्वारा ज्ञापन सौपकर प्रस्ताव को वापस लेने की मांग रखी गई है यह मांग लाभ प्रेरित उद्देश्य,स्थानीय हितों का उलंघन,स्थानीय किसानो का नियंत्रण खोना,समुदाय कल्याण का हास,स्थानीय अर्थव्यव्यस्था को खतरा,छोटे किसानो पर प्रभाव जैसे विभिन्न मुद्दों को लेकर प्रस्ताव को वापस लेने की माँग रखी गई है जिला कांग्रेस अध्यक्ष भगवती राजवाड़े ने बताया कि सरकार अगर दस दिवस प्रस्ताव को वापस नहीं लेती है तो उग्र आन्दोलन करने किया जाएगा इस दौरान पूर्व सांसद खेलसाय सिंह,पूर्व विधायक पारस नाथ राजवाड़े,पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष नरेश राजवाड़े,जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष रामकृष्ण ओझा,नपा अध्यक्ष कुसुमलता राजवाड़े,योगेन्द्र सिंह,प्रियम सिंह,पुनीत गुप्ता,चंदा सिंह,भावना सिंह,आँचल टोप्पो,कलकत्ता राजवाड़े एवं अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।
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