सूरजपुर। जिला प्रशासन सूरजपुर के द्वारा 8 मार्च 2025 को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर ऑडिटोरियम सूरजुपर में जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधायक प्रेमनगर भूलन सिंह मराबी के माध्यम से की गई। मुख्य अतिथि के द्वारा बताया गया कि जब महिलाएं आगे बढ़ेंगी, तभी हमारा समाज प्रगति करेगा। हमें महिलाओं का सम्मान करना चाहिए और उन्हें हर क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि महिलाएं परिवार की रीढ़ होती हैं और उनकी भागीदारी समाज को मजबूत बनाती है। पुलिस अधीक्षक ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा देते हुए कहा कि महिलाएं किसी से कम नहीं हैं और उन्हें अपनी क्षमताओं पर भरोसा रखना चाहिए। उन्होंने महिलाओं की सहनशक्ति और त्याग को समाज की सबसे बड़ी ताकत बताया। नारी शक्ति का सम्मान करें, यही असली सम्मान है। महिलाएं परिवार बनाती है, परिवार घर बनाता है, घर समाज बनाता है और समाज ही देश बनाता है। महिला की क्षमता को नज़रअंदाज करके समाज की कल्पना करना व्यर्थ है। महिलाएं समाज में एक अभिन्न भूमिका निभाती हैं। वे परिवारों की रीढ़ हैं और समुदायों के विकास और वृद्धि के लिए महत्वपूर्ण हैं। समाज को मजबूत बनाना चाहते हैं, तो सबसे पहले हमें महिलाओं को सशक्त बनाना होगा। महिला सशक्तिकरण का अर्थ है महिलाओं को उनके अधिकार, शिक्षा, रोजगार और स्वतंत्रता देना ताकि वे अपने जीवन को अपनी शर्तों पर जी सकें, एक शिक्षित नारी समाज का मुख्य स्तंभ होती है और वह अपने परिवार और समाज के लिए उपयोगी होती है। नारी शिक्षा के माध्यम से महिलाओं को विभिन्न क्षेत्रों में स्वतंत्रता, स्वावलंबन और स्वाभिमान का महत्व समझाया जाता है। शिक्षित महिलाएं अपने अधिकारों को जानती हैं और सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक रूप से सक्रिय भूमिका निभाती हैं।
जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती चंद्रमणी देवपाल सिंह पैकरा के द्वारा कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा गया कि महिला दिवस हमें अपने जीवन में महिलाओं का सम्मान करने और उन्हें महत्व देने की याद दिलाता है, यह महिलाओं के लिए समान अवसरों के महत्व पर प्रकाश डालता है। नारी अपने आप में एक शक्ति है, जब वह अपनी शक्ति को पहचान लेती है तब दुनिया की हर बंदिश को तोड़कर आगे बढ़ी है और अपनी नई पहचान बनाती है। “नारी स्वतंत्रता का मतलब उसकी शक्ति को पहचानना और सम्मान देना है।”
महिलाओं को सशक्त बनाने आर्थिक स्वतंत्रता जरूरी - अपर कलेक्टर जगन्नाथ वर्मा ने कहा कि महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए आर्थिक स्वतंत्रता जरूरी है। उन्होंने महतारी वंदन योजना का जिक्र करते हुए बताया कि इस योजना के तहत मिलने वाली आर्थिक सहायता से महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं और उनका सामाजिक सम्मान बढ़ रहा है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष महतो ने महिलाओं को प्रेरित करते हुए कहा, महिलाओं को अपनी मेहनत और क्षमता के दम पर अपनी पहचान बनानी होगी।
महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी रमेश साहू के द्वारा बताया गया कि महिला एवं बाल विकास विभाग सूरजपुर की ओर से महिलाओं को शसक्त बनाने हेतु शासन की योजनाओं को धरातल पर उतारने हेतु विभाग की कटिबद्वता है। जिले में लगभग 2 लाख 16 हजार विवाहित महिलाओं को महतारी वंदन योजना अंतर्गत प्रत्येक माह 1 हजार रूपये की राशि प्रदान की जा रही है। इसी प्रकार प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना अंतर्गत वित्तीय वर्ष में लगभग 7 हजार महिलाओं को योजना से लाभान्वित किया गया है। इस वित्तीय वर्ष में 72 बाल विवाह रोके गए हैं समाज से इस अभिशाप को मिटाने के लिए विभाग प्रतिबद्व है, आगामी कुछ वर्षों में जिले से बाल विवाह जैसे अभिशाप को हटाने हेतु विभाग निरंतर प्रयासरत है। महिलाओं को आर्थिंक सुदृढ़ बनाने एवं उनके हित एवं सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु विभाग द्वारा सखी वन स्टॉप सेंटर, नवा बिहान योजना, नोनी सुरक्षा योजना, सुकन्या समृद्वि योजना का क्रियान्वयन जिले में किया जा रहा है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि आज रायपुर से छत्तीसगढ़ राज्य से महतारी वंदन योजना अंतर्गत लाभांवित महिलाओं हेतु 13वीं किश्त जारी की गई है।
संचालनालय महिला एवं बाल विकास विभाग के दिशा-निर्देश अनुरूप 01 से 07 मार्च 2025 तक बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना अंतर्गत स्कुल स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किये गये थे जिसमें उत्कृष्ठ प्रदर्शन किये गये बालिकाओं को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम में कस्तुरबा गांधी आवासीय विद्यालय के बच्चों के द्वारा बाल विवाह अभिशाप पर मनमोहक नाटकीय मंचन के द्वारा उपस्थित सभी का ध्यान अपनी ओर आकृत किया गया। कार्यक्रम में महिला अधिकारियों और कर्मचारियों ने अपने-अपने अनुभव साझा किए।
इस अवसर पर जिले के विभिन्न विभागों एवं अन्य विद्याओं में उत्कृष्ठ कार्य किये जाने के उपलक्ष्य में कुल 82 महिलाओं/संस्थाओं को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया, जिसमें स्वास्थ्य विभाग से डॉ0 गरिमा सिंह स्त्री रोग विशेषज्ञ, डॉ0 सीमा गुप्ता शिशु रोग विशेषज्ञ, स्वास्थ्य विभाग से स्वच्छता दीदीयों, वार्ड आया, मितानीन, महिला आरक्षक, सामुदायिक स्वच्छता हेतु डोर टू डोर अपशिष्ट संग्रहण एवं पृथक्करण कार्य करते हुए ओ.डी.एफ. प्लस मॉडल ग्राम के निर्माण एवं स्थायित्व को बनाये रखने में उत्कृष्ट कार्य हेतु स्वच्छता दीदीयों के साथ-साथ, महिला एवं बाल विकास विभाग से उत्कृष्ट कार्य हेतु आंगनबाड़ी कार्यकार्ताओं, सहायिकाओं एवं पर्यवेक्षकों को सम्मानित किया गया। महिलाओं की सुरक्षा एवं उनके हित सुनिश्चित करने हेतु विभाग द्वारा संचालित सखी वन स्टॉप सेंटर को भी सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त शासकीय विभागों में कार्यरत महिला शक्तियों को सम्मानित किया गया। रेवती रमण महाविद्यालय सूरजपुर की छात्रा जिन्हें ताईक्वाण्डो दुबई में अंतर्राष्ट्रीय रजक पदक प्राप्त किया है कु0 निकिता यादव, राष्ट्रीय विज्ञान दिवस 2025 में राष्ट्र स्तर पर सम्मानित कु0 प्रतिमा प्रजापति, छ0ग0 पुलिस विभाग में उप निरीक्षक में पद पर चयनित कु0 शकुन्तला पैंकरा को भी सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के दौरान प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, बाल-विवाह प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, बिन्दी प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसमें बालिकाओं के द्वारा बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया गया एवं उत्कृष्ट प्रदर्शनकर्ता को पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम स्थल पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा मेडिकल मोबाईल यूनिट के माध्यम से सुविधाएं प्रदान की गई जिसमें बालिकाओं एवं महिलाओं का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें दवाई उपलब्ध कराई गई। कार्यक्रम के दौरान जिला बाल संरक्षण अधिकारी मनोज जायसवाल के द्वारा मंच संचालन किया गया।
कार्यक्रम समाप्ति के समय सभी गणमान्य अतिथियों एवं उपस्थित समस्त जनमानस के द्वारा बाल-विवाह की रोकथाम हेतु शपथ पत्र के साथ-साथ शपथ भी लिया गया कि वे बाल विवाह की रोकथाम हेतु निरंतर प्रयासरत रहेंगे और जिले को बाल विवाह मुक्त जिला बनायेंगे।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर ऑडिटोरियम सूरजपुर में आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम में सूरजपुर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती चंद्रमणी देवपाल सिंह पैकरा, नगर पालिका सूरजपुर अध्यक्ष श्रीमती कुसूमलता राजवाड़े, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्रीमती रेखा राजलाल राजवाड़े , श्रीमती परमेश्वरी राजवाड़े नगर पंचायत अध्यक्ष भटगांव, जिला पंचायत सदस्य श्रीमती किरण सिंह केर्राम, श्रीमती हेमलता राजवाड़े, विजय राजवाड़े पूर्व सदस्य युवा आयोग, डिप्टी कलेक्टर सूरजपुर, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग, जिले के सभी परियोजना अधिकारी एवं पर्यवेक्षक, बड़ी संख्या में स्कुलों की बच्चियाँ, एन0आर0एल0एम0 समूह की महिलाएं, विभागीय अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।