*नेशनल हाईवे 130 बना केंद्रीय सहकारी बैंक का पार्किंग स्थल।*

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*नेशनल हाईवे 130 बना केंद्रीय सहकारी बैंक का पार्किंग स्थल।*

 


0*आधा किसान बैंक के बाहर सड़क पर खड़े होकर करते हैं अपने बारी का इंतजार*


0*कभी भी घट सकती है बड़ी दुर्घटना*


0*वैकल्पिक व्यवस्था के तहत संचालन हो रहा है केंद्रीय सहकारी बैंक*


0*जर्जर भवन में भर रहा है पानी*





बसंत यादव 

डाँड़गांव । उदयपुर विकास खंड के ब्लाक मुख्यालय में स्थित केंद्रीय सहकारी बैंक वैकल्पिक व्यवस्था के तहत वर्षो पुराने तहसील भवन में लगभग 12 साल पूर्व से लग रहा है।यहाँ के किसानों के लिए, विभाग एंव प्रशासन द्वारा केंद्रीय सहकारी बैंक खोता गया था लेकिन आज तक बैंक का भवन इन 12 सालो में नहीं बना पाया जिसका खामियाजा ब्लाक के सैकड़ों किसान भुगत रहे हैं। ब्लाक के हजारों किसान बैक में लेन देन करने आते हैं। जो नेशनल हाईवे 130 मुख्य सड़क पर अपनी वाहन खड़ा हो अपनी बारी का हर दिन इंतजार करते हैं। बैंक में खड़े होने तक का जगह नहीं है लोग नेशनल हाईवे में खड़े रहते हैं।जिससे कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना घट सकती है।किसान जान जोखिम में डालकर ठंडा, गर्मी, बरसात के मौसम में खड़ा होकर परेशान होते हैं।उसके बावजूद भी जिला प्रशासन द्वारा इस ओर कोई पहल नहीं किया जा रहा है


वैकल्पिक भवन भी जर्जर बैंक में भर रहा है पानी।


आनन फानन में पुराने तहसील भवन में केंद्रीय सहकारी बैंक शुरू कर दिया गया लेकिन नया नया भवन बनाना भूल गया।जिसका खामियाजा किसानों को जान खतरे में डाल कर भुगतना पड़ रहा है। भवन का छत इतना जर्जर है कि रिकार्ड रूप, कैश रूम,शाखा प्रबंधक के चेंबर में पानी भर रहा है।जहाँ पाव तक डूब जा रहा है।ये हाल ब्लाक मुख्याल के केंद्रीय बैंक का हाल है।


किसानों के लिए शौचालय तक कि नहीं है व्यवस्था।


बैंक में सुबह से शाम को किसानों खड़े रहते हैं लेकिन यूरिनल , शौचालय पुराना भवन होने के कारण कोई व्यवस्था नहीं है।जिस कारण भी लोग परेशान हैं।


 नए भवन में बैंक शिफ्ट करने की मांग।


किसानों द्वारा बैंक के जर्जर हालत एवं नेशनल हाईवे 130 के खतरे के कारण कई बार उच्च अधिकारियों से यहाँ से बैंक हटाकर नए भवन में शिफ्ट करने की मांग करते आ रहे हैं लेकिन इस ओर जिला प्रशासन एवं विभाग द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।जबकि पुर्व में पुराने जनपद पंचायत भवन का मरोम्म कर शीघ्र बैंक शिफ्ट की बात कहा गया था लेकिन वह भी कोरा आश्वासन साबित हुआ।जिससे किसानों में आक्रोश व्याप्त है।


वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर बैंक का संचालन किया जा रहा है।बरसात में पानी भर जाता है।किसानों को बैठने के जगह का आभव हैं।उच्च अधिकारियों को जानकारी दिया गया है।


  रामभरोस सिंह

शाखा प्रबंधक केंद्रीय सहकारी बैंक उदयपुर।

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