एकलव्य आवासीय विद्यालय प्रेमनगर का मामला
जिला प्रषासन में
मची खलबली
80 बेड के
छात्रावास में ठूंस-ठूंसकर भरे गये 180 छात्राएं
अधीक्षक अक्सर
रहती है नदारद
छात्रावास में
अव्यवस्था का आलम
राकेश जायसवाल। सूरजपुर।
जिला के प्रेमनगर स्थित एकलव्य आदर्ष कन्या आवासीय विद्यालय में बीते दिनों 57 छात्रओं के फूड प्वाईजनिंग से षिकार होने की खबर से जिला प्रषासन में हड़कंप मच गया है। वहीं स्वास्थ्य महकमे की टीम द्वारा फूड प्वाइजनिंग से ग्रसित छात्राओं का उपचार किए जाने के बाद से अब स्थिति सामान्य बताई जा रही है। जानकारी मिली है कि एकलव्य आदर्ष विद्यालय के छात्रावास में भारी अव्यवस्था का आलम है और लापरवाही की भी खबरें लगातार सामने आ रही है। विदित हो कि दो वर्षों से यह एकलव्य आदर्श कन्या आवासीय विद्यालय का छात्रावास आदिम जाति कल्याण विभाग के 50 सीटर पोस्ट मैट्रिक कन्या छात्रावास में संचालित है। पोस्ट मैट्रिक कन्या छात्रावास की छात्राएं समीप स्थित प्री मेट्रिक कन्या छात्रावास के भवन में रहने को मजबूर हैं।
57 छात्राएं हुई
फूड प्वाइजनिंग का शिकार
एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय छात्रावास में काफी संख्या में छात्राओं के फूड प्वाइजनिंग के शिकार होने से जिला प्रशासन में खलबली मच गई। इधर स्वास्थ्य विभाग के द्वारा आनन-फानन में छात्राओं को तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रेमनगर में लाया गया। जहां बीएमओ नारद गुप्ता एवं उनकी टीम के द्वारा उनका उपचार किया गया। वहीं छात्रावास पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने फूड प्वाइजनिंग से ग्रसित 45 छात्राओं का उपचार किया। इसके अलावा मौसमी बीमारी से ग्रसित छात्राओं का भी स्वास्थ्य परीक्षण कर उनका उपचार किया गया। वर्तमान में फूड प्वाइजनिंग से ग्रसित सभी छात्राओं की स्थिति सामान्य बताई जा रही है।
50 बेड के छात्रावास में 180 छात्राएं
आदिम जाति कल्याण विभाग के 50 सीटर पोस्ट मैट्रिक कन्या छात्रावास में 180 आदिवासी छात्राएं रहने को मजबूर हैं। 50 बेड में 180 छात्राएं भेड़-बकरियों की तरह सोने को मजबूर हैं। छात्रावास में पानी की समस्या रहने के कारण सभी आदिवासी छात्राओं को समीप स्थित प्री मैट्रिक छात्रावास में नहाने जाना पड़ता है। छात्रावास अधीक्षिका भी कार्यस्थल से नदारद रहती है। वे मोबाइल पर कॉल रिसीव करना भी उचित नहीं समझते। उनकी कार्यशैली को लेकर भी शिकायतें लगातार सामने आ रही है। यह भी शिकायत मिली है कि एकलव्य आदर्श कन्या आवासीय विद्यालय में शिक्षक-शिक्षिकाएं निर्धारित समय पर स्कूल नहीं आते हैं।
पेजयल की समस्या से जूझ रहीं छात्राएं
छात्रावास में रहने वाली छात्राओं ने जानकारी दी कि वे पानी की विकराल समस्या से जूझ रहे हैं। उन्हें पीने के लिए पानी बाहर जाकर लाना पड़ता है। एक ही बोरिंग में तीनों छात्रावासों की 280 छात्राएं नहाने को मजबूर हैं। चैंकाने वाली बात तो यह है कि शौचालय एवं स्नानागार की साफ-सफाई भी छात्राओं को भी करनी पड़ती है।
मामले की हो निष्पक्ष जांच
इस संबंध में प्रेमनगर के वार्ड क्रमांक-14 के पार्षद कमलेष सिंह ने कहा कि छात्रावास में भारी अव्यवस्था की स्थिति निर्मित है और 50 बिस्तर वाले छात्रावास में 180 आदिवासी छात्राओं को रखा जाना अनुचित है। अव्यवस्था के कारण ही 57 आदिवासी छात्राओं के फूड प्वाइजनिंग होने की जानकारी हमें भी मिली है। मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
फूड प्वाईजनिंग नहीं बल्कि मौसमी बीमारी
सहायक आयुक्त के विष्वनाथ रेड्डी ने बताया कि फूड प्वाइजनिंग जैसी कोई बात नहीं थी। मौसमी बीमारी के कारण कुछ छात्राएं अस्वस्थ थी। उपचार के बाद वे पूरी तरह सामान्य है। सभी छात्राओं का स्वास्थ्य परीक्षण मेडिकल टीम से कराया गया है। छात्रावास अधीक्षिका के नदारद रहने एवं अव्यवस्था संबंधित जानकारी की विभागीय टीम भेजकर जांच कराई जाएगी।