डाँड़गांव। सरगुजा जिले के उदयपुर थाना क्षेत्र के केदमा चौकी अंतर्गत ग्राम सायर में रविवार को सुबह 7:00 से पटेल पर मोहल्ले में ग्रामीणों और हिंदू संगठनों के विरोध के बाद विवाद जैसी स्थिति निर्मित हो गई देखते ही देखते सैकड़ो लोग आ पहुंचे जैसा कि आप जानते हैं कई महीनो से ग्राम सायर में सिर्फ एक व्यक्ति डूबला एक्का के वजह से धर्मांतरण मानतांतरण का खेल लोगों को बरगलाकर किया जा रहा है हिंदू समाज के आदिवासी लोगों को भ्रमित कर तथा बीमारी ठीक करने के नाम से लोगों को मानतांतरण कर धर्मांतरण करने का मामला कई महीनो से सामने आ रहा है जिसको लेकर ग्राम सायर कुमदेवा और आसपास के ग्रामीण एवं हिंदू संगठनों ने विरोध कर रहे हैं आज सुबह चंगाई सभा के विरोध में ग्रामीणों द्वारा विरोध किया गया तो डूबला और उसके सहयोगियों ने संविधान का पाठ पढ़ाने लगे तथा ग्राम सायर में चर्च निर्माण करने के लिए लोगों का धर्मांतरण करने का मामला सामने आया देखते देखते विवाद जैसी स्थिति निर्मित हो गई लोगों का बढ़ता भीड़ देखकर लोगों ने केदमा थाना और विहिप के प्रखंड प्रमुख हरिओम सोनी को सूचना देकर मौके पर बुलाया गया और डूबला एक्का से पूछताछ किया गया तो यह बात सामने आया कि डूबला एक्का प्रतापगढ़ का रहने वाला है जो 12 वर्षों से किराए के घर में चर्च खोलकर मतांतरण धर्मांतरण कर रहा है। जिसके विरोध में ग्रामीणों ने पुलिस से मांग किया कि ग्राम सायर में चंगाई सभा और धर्मांतरण का खेल बंद करने हेतु चौकी प्रभारी और दोनों पक्षों के बीच यह समझौता हुआ की आज के बाद कोई चंगाई सभा का आयोजन ग्राम सायर में नहीं किया जाएगा बहुत मुश्किल में फादर पादरियों और हिंदू संगठनों के बीच तनातनी के बाद मामला शांत हुआ। पुलिस द्वारा सभी को अपने अपने घर जाने को कहा गया मुश्किल में करीब दो बजे पुलिस वीरेंद्र सिंह के मुस्तैदी के वजह से भीड़ को भगाया गया तथा ऐसी स्थिति पैदा नहीं करने निर्देशित किया।