0*राशि स्वीकृति होने के बाद भी हैंड पंप खनन नहीं करने पर कलेक्टर से की गई शिकायत*
सुरजपुर/भैयाथान। जनपद पंचायत भैयाथान के सलका अघिना ग्राम पंचायत में 4 महीना पूर्व हैंड पंप की राशि स्वीकृत होने के बाद भी आज तक खुदाई नही होने का मामला प्रकाश में आया है जिसकी शिकायत जिला कलेक्टर सूरजपुर से किया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत सलका जनपद पंचायत भैयाथान के यादव पारा में रामचंद्र घर के पास हैंडपंप जनपद विकास निधि से स्वीकृत हुआ है, किंतु आज तक उसका खुदाई नहीं हो पाया कुछ दिन तक यह बहाना करते रहे की आचार संहिता लगा है आचार संहिता में खुदाई नहीं हो पाएगा, किंतु आज आचार संहिता हटे 10 से दिन से उपर हो गए हैं हैंडपंप का कोई अता-पता नहीं चल रहा है।
पूर्व में ग्राम पंचायत सलका के मियांपारा में ट्यूबवेल खनन हुआ था जिसका अंतिम किस्त कहीं और का फोटो लगाकर राशि आहरण कर लिया गया था। जिसकी शिकायत होने के बाद ट्यूबवेल खनन में सबमार्सिबल पंप लगाया गया लोगों को डर सता रहा है कि कहीं इसका भी पैसा तो नहीं कर दिया गया बंदरबाट।
यादव पार में रामचंद्र घर के पास हैंडपंप खनन के संबंध में जब सरपंच सचिव से पूछा गया तो उन लोगों ने बताया कि जनपद फंड विकास निधि का पैसा था इसलिए हम लोग ₹40000 हजार रूपये प्रथम किस्त जनपद सदस्य पति मनोज गुप्ता को चेक के माध्यम से दे दिए हैं। हम लोग बार-बार खुदाई के लिए बोल रहे हैं फिर भी जनपद सदस्य पति खुदाई नहीं करा रहा है।
इस भीषण गर्मी में उक्त मोहल्ला में पानी की किल्लत को देखते हुए सामाजिक कार्यकर्ता फिरोज खान ने जिला कलेक्टर सूरजपुर को ज्ञापन सौंप कर तत्काल खुदाई करने की मांग किया है। उन्होंने अपने ज्ञापन में लिखा है कि इस भीषण गर्मी मे पानी की भारी किल्लत है चार महीना पूर्व जब स्वीकृत हो गया है फिर भी हैंडपंप खनन नहीं किया जा रहा है वैसे भी ग्राम पंचायत सलका जनपद पंचायत भैयाथान इन दिनों सुर्खियों में है जहां भ्रष्टाचार की सारी हदें पार कर दी गई है। सलका के किसी भी शिकायत पर जनपद में बैठे अधिकारी कर्मचारी आंख मूंद दिए हैं। बातें समझ में नहीं आ रहा है कि भारतीय जनता पार्टी के शासन में किसके सह पर भ्रष्टाचार को अंजाम दिया जा रहा है या फिर भाजपा के शासनकाल को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है।
इस संबंध में जनपद पंचायत भैयाथान के सीईओ विनय गुप्ता से चर्चा किया गया तो उन्होंने कहा कि मैं देखवाता हूं। क्या जनपद सीईओ अपने कार्य कार्य की समीक्षा बैठक नहीं लेते हैं या फिर लेते हैं तो लंबित कार्यो का समीक्षा नहीं करते हैं ये सोचने वाली बात है।