राहुल जायसवाल विश्रामपुर/
रामनगर स्थित सेंट्रल बैंक में शाखा प्रबंधक की मनमानी को लेकर ग्रामीणों ने क्षेत्रीय प्रबंधक से शिकायत की है। ग्रामीण इलाके में बैंक खुलने से रामनगर सहित आसपास के दर्जन से गांव के लोगों को राहत मिली, उन्हे बैंक संबंधी कार्यों के लिए विश्रामपुर, सूरजपुर जैसे दूर शहरों में जाने से मुक्ति मिली, लेकिन रामनगर सेंट्रल बैंक प्रबंधक की मनमानी से लोगों ने नाराजगी है। ग्रामीणों ने रामनगर शाखा के मैनेजर को हटाने की मांग की है। ग्रामीणों का आरोप है कि सेंट्रल बैंक के रामनगर शाखा में एक साल से कार्यरत शाखा प्रबंधक द्वारा ग्राहकों से दुर्व्यवहार किया जाता है। ग्रामीणों ने क्षेत्रीय प्रबंधक को शिकायत पत्र सौंपकर बताया है कि, बैंक में आए दिन लिंक फेल बताकर लेनदेन बंद कर दिया जाता है। जिससे दूर दराज से अपने कार्यों को छोड़कर बैंक आने वाले खाताधारकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। बैंक कर्मी के द्वारा सुबह 11 बजे बैंक खोलकर 12 बजे तक कार्य किया जाता है और 3 बजे लेनदेन बंद कर दिया जाता है। रामनगर, रामपुर और सरस्वतीपुर गांव के सरपंच और ग्रामीणों ने शिकायत पत्र तैयार कर अम्बिकापुर में सेंट्रल बैंक आॅफ इंडिया के क्षेत्रीय प्रबंधक से रामनगर सेंट्रल बैंक के मैनेजर को वहां से हटाने की मांग की है। इस संबंध में क्षेत्रीय प्रबंधक ने जांच कर व्यवस्था सुधारने की बात कही है।
लोन पास कराने मोटी रकम की मांग
ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि शाखा प्रबंधक के द्वारा लोन पास कराने के नाम पर 10-15 हजार रूपए मोटी रकम की मांग की जाती है। उनका यह भी कहना है कि पैसे नहीं देने पर शाखा प्रबंधक के द्वारा सिविल स्कोर कम होने की बात कह वहां से भगा दिया जाता है। वहीं पैसे देने के लिए राजी होने पर सिविल स्कोर ठीक करने की बात कहते हैं और लोन पास किया जाता है। इस तरह से प्रबंधक की मनमानी से क्षेत्रवासी परेशान हैं।
ग्रामीण बंद करा रहे खाता
आये दिन शाखा प्रबंधक की मनमानी और अमर्यादित व्यवहार से ग्रामीण त्रस्त हो गये हैं और वे संबंधित बैंक से अपना खाता बंद कर किसी अन्य बैंक में खाता खोलवाना चाहते हैं। बैंक के इस रवैये से खाता धारक सेंट्रल बैंक रामनगर से खाता बंद कर करंजी ग्रामीण बैंक में खाता खोलने के लिए विवश हो रहे है।
ग्रामीणों सहित व्यापारी भी परेशान
रामनगर, रामपुर, रुनियाडीह, सोहागपुर, दतिमा एवं आसपास के गांव के समस्त छोटे बड़े व्यापारी, बड़े किसान, उद्योगपति बैंक के रवैये से परेशान होकर खाता बंद कर करंजी ग्रामीण बैंक में खाता संचालन करने के लिए विवश हो रहे है। ग्रामीणों का आरोप है कि बैंक परिसर का एक चाबी शाखा प्रबंधक द्वारा थर्ड पार्टी को दिया गया है। जो बैंक कर्मचारी के अनुपस्थिति में बैंक को खोलता है।