अपनी मांगों को लेकर किसानों ने घेरा जीएम का दफ्तर , गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के नेतृत्व में निकाली विशाल रैली , मांग पूरा नहीं होने पर दी उग्र आंदोलन की चेतावनी

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अपनी मांगों को लेकर किसानों ने घेरा जीएम का दफ्तर , गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के नेतृत्व में निकाली विशाल रैली , मांग पूरा नहीं होने पर दी उग्र आंदोलन की चेतावनी


भूपेंद्र राजवाड़े सूरजपुर/

सूरजपुर। जिले के कोयलांचल क्षेत्र भटगांव अंतर्गत भूमिगत शिवानी परियोजना में प्रभावित किसानों ने आज गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के समर्थन में अपनी मांगो को लेकर महाप्रबंधक भटगांव के नाम ज्ञापन सौंपकर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार भटगांव क्षेत्र में शिवानी परियोजना विगत लगभूग 20 वर्षों से बंसीपुर ग्राम पंचायत में एसईसीएल को कोयले का उत्पादन कर लाभ पहुंचा रही है। वहीं 2014 में इस परियोजना को करने के लिए प्रबंधन द्वारा लग•ाग 400 एकड़ से अधिक भूमि का अधिग्रहित किया गया था। किसानों ने बताया कि कालांतर में यह अधिग्रहित भूमि किसानों के किसी कार्य की नहीं रहेगी। उक्त भू-खण्ड के नीचे पानी का स्रोत भी खत्म हो गया है, जिससे खेती किसानी करना किसानों के लिए मुश्किल हो गया है। विदित हो कि कई वर्षों से लगातार बंशीपुर के किसान अपनी जमीन के लिए मुआवजा और नौकरी की मांग करते आ रहे हैं, लेकिन एसईसीएल प्रबंधन द्वारा हर बार केवल आश्वासन ही दिया जा रहा है। ग्रामीण कियानां का कहन है कि इस बार वे आर-पार की लड़ाई एसईसीएल के साथ लड़ने के लिए तैयार हैं। इससे पूर्व भी इनके द्वारा लगभग 3 वर्ष पहले खदान के गेट को ताला मार कर उत्पादन ठप कर दिया गया था। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के समर्थन में बंशीपुर के किसानों द्वारा जरही स्थित जीएम आॅफिस का घेराव करने के लिए भव्य रैली निकाली गई बंसीपुर से चलते हुए यह रैली आफिस के गेट पर पहुंची जहां पहले से ही तैनात पुलिस प्रशासन और एसईसीएल के सुरक्षा कर्मियों ने जीएम आफिस के गेट पर ही किसानों को रोक दिया जिसके बाद क्षेत्र के नायब तहसीलदार को किसानों के द्वारा ज्ञापन सौंपा गया जिसमें स्पष्ट रूप से 21 सितंबर तक का समय एसईसीएल प्रबंधन को दिया गया है। 15 दिनों में कोई  निराकरण नहीं होने पर बंसीपुर के किसानों द्वारा उग्र आंदोलन सहित अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी भी दी गई है। इस दौरान बंसीपुर ग्राम के सरपंच प्रतिनिधि गुलाब सिंह, ओम प्रकाश, राम सिंह, कृष्णा सिंह,बिहारी सिंह ,महेंद्र सिंह ,पूर्व सरपंच राजाराम ,गिरवर सिंह ,लल्लू प्रताप,बिंदेश्वर सिंह,आरवन पैकरा ,राजकुमार गोरेलाल,रूपण,पन्नालाल,फ्रैंकलीन,टीमल सिंह इत्यादि किसान सक्रिय रहे।
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