सूरजपुर/ओडगी। जिले के विकासखंड ओडगी अंतर्गत ग्राम पंचायत दवना में करोड़ों की लागत से बन रहे प्री मैट्रिक बालक छात्रावास हैंडओवर होने से पहले ही दरार भरी दीवारें और जगह जगह लीपापोती से अभी से विवादों में ला चुकी है जिस विवाद पर कही न कही चार चांद छात्रावास मंडल संयोजक ओडगी मनोहर गुप्ता लगाते दिखाई दे रहे जिनकी मनमानी मानो चरम पर है जहां बिल्डिंग का निर्माण हो रहा है पूरी तरह से निर्माण होकर संबंधित विभाग को हैंडोवर भी नहीं किया गया है और मंडल संयोजक के द्वारा विल्डिंग हैंडोवर होने से पहले ही भवन में बच्चों को रखना प्रारंभ कर दिया गया जिस भवन की मेन गेट में लगे सारे टाइल्स टूटे हुए हैं, भवन में बने शौचालय ठीक नहीं है, बिल्डिंग की दीवारे दरारों से भरी पड़ी हुई है, भवन के आंगन में गंदगी भरी पड़ी हुई है आखिर किसके आदेश से मंडल संयोजक मनोहर गुप्ता इस नए छात्रावास के भवन में लगभग 50 छात्रों को रख रहे हैं क्या उनकी जान माल की कोई जिम्मेदारी नहीं है इन अधिकारियों और कर्मचारियों की जहां उनकी मनमौजी चरम पर है और हैंडोवर होने से पहले ही उस भवन को लगभग एक साल से संचालित करना प्रारंभ कर दिया गया क्या यह जांच का विषय नहीं है जहां जिम्मेदार उच्च अधिकारी पिछले एक सालों से मुक्त दर्शक बने हुए हैं।
दो वर्षों से बन रहा छात्रावास का भवन अब तक संबंधित विभाग को ठेकेदार के द्वारा हैंडओवर नहीं किया गया है और इसकी दीवारें कई जगह दरक रहीं हैं, कहीं कहीं कमजोर फाउंडेशन भी गड़बड़ी की दास्तान बयां करने लगा है, मेन गेट का पूरा टाइल्स टूट का उखड़ चुका है, भवन में बनाए गए शौचालय उपयोग होने से पहले टूट चुका है, भवन की दीवारों में कई जगह दरारें साफ दिखाई दे रहा, भवन का पूरा छत सीपेज कर रहा है नतीजतन लीपापोती कर इसके अपडेट दिखने के प्रयास भी होने लगे हैं।
ज्ञात हो कि भटगांव विधानसभा क्षेत्र के दवना ग्राम पंचायत में निर्माणाधीन प्री मैट्रिक बालक छात्रावास करोड़ की लागत से जिम्मेदार ठेकेदार के द्वारा बनाया जा रहा है। कांग्रेस की भूपेश सरकार में इसका काम शुरू जरूर हुआ मगर भाजपा के साय साय के 8 महीना के सरकार में भी पूरा नहीं हो पाया।
अब राज्य में सरकार बदली तो जैसे तैसे इसे जल्द पूरा करने के प्रयास में लीपापोती भी इसलिए होने लगी क्योंकि इसकी दीवारें जगह-जगह दरार दिखाने लगी हैं, कई जगह फर्श टूट चुके हैं आंगन में गंदगी का भरमार पड़ा हुआ है जो हैंडओवर पूर्व कोई कमी दिखाई न दे जाए, इसलिए सृजनकर्ता अपनी सृजनशीलता के बखूबी प्रदर्शन में जुट गए हैं।
विकासखंड ओडगी के ग्राम पंचायत दवना में प्री मैट्रिक बालक छात्रावास का निर्माण कराया जा रहा है लेकिन मजे की बात तो यह है कि संबंधित ठेकेदार के द्वारा भवन निर्माण करने से पूर्व बनाए जाने वाले सूचना पटल को ही लगाना भूल गया या फिर अपनी कमजोरी छुपाने के लिए लगाना ही उचित नहीं समझा क्योंकि किसी भी विभाग के कार्य की शुरुआत होने से पहले एक सूचना पटल का निर्माण कराया जाता है जिसमें वह भी लिखा जाता है कि ठेकेदार कौन है लागत कितने का है निर्माण के समय अवधि क्या है वगैरा वगैरा ताकि निर्माण से संबंधित जानकारी आसानी पता चल सके जबकि यहां तो ठेकेदार ही जब पारदर्शी नहीं है तो निर्माण कार्य कैसे सही हो सकते है जो जिम्मेदारों पर सवालिया निशान खड़ा कर रहा है क्योंकि अभी से ही दीवारों में बड़ी-बड़ी दरारें आने लगी हैं जिसे लीपापोती कर सुधारा जा रहा है। भवन के फाउंडेशन की मजबूती भी कहीं कहीं अपनी कमजोरी दिखा रही है। निर्माण कार्य स्थल के सामने न ही सूचना पटल लगाया गया है और न ही लैंड मार्क दिखाई पड़ा।
निर्माण कार्य का पूरा न हो पाना, हैंडओवर करने के पूर्व छात्रावास का संचालन करना क्या सही है, हैंडओवर पूर्व क्या मंडल संयोजक मनोहर गुप्ता के मनमानी से संचालित हो रहा है छात्रावास, निर्माण कार्य कर हैंडओवर करने के पूर्व दरारें और टूट फूट होना, कंपनी ने अगर गुणवत्ता के मापदंड अनुरूप कार्य नहीं किया है जैसे कई बिंदुओं पर जांच कर्बक्य जल्द जल्द ठेकेदार और संबंधित मंडल संयोजक मनोहर गुप्ता ओडगी के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी ये एक सवाल है कही सवाल बनकर ही न रह जाए ये तो आने वाला वक्त ही बतायेगा।