डाँड़गांव। स्वर्गीय ड्रा बृजमोहन सिंह कामरे उदयपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कुछ दिन पुर्व ही विकास खण्ड चिकित्सा अधिकारी का पद संभालने थे।इससे पहले केदमा स्वास्थ्य केंद्र में पदस्त थे।पूर्व में भी बीएमओ रह चुके थे लेकिन अचानक 10 अगस्त को ब्रेन हेमरेज हो जाने के कारण इनके परिजनों के द्वारा इन्हें अम्बिकापुर लेकर पहुंचे अम्बिकापुर से रायपुर से एयर एम्बुलेंस से दिल्ली के वेदांता हॉस्पिटल में ईलाज चल रहा था कि 15 अगस्त के दिन इनका आकस्मिक निधन हो गया।इनके निधन की खबर सुनते ही पूरे उदयपुर विकास खंड सहित इनके परिजनों में शोक की लहर दौड़ गई।स्वर्गीय डॉ के सेवा भाव को देखकर जिन्हों ने अपने लगभग 20 साल के सर्विस में सैकड़ों लोगों की जान बचाई थी लेकिन जैसे ही निधन की खबर मिली कई लोगों के आशु बहने लगे।ये ऐसे डाक्टर थे जो लोगों के लिए चौबीस घंटे सेवा देने के अलावा गरीबों का पैसा नहीं भी रहने पर देर रात तक अपने घर पर भी निःशुल्क उपचार करते थे।अगर कोई बिमार व्यक्ति रास्ते में मिल जाये तो पर्ची लिख कर दे देते थे। इनकी उम्र मात्र 48 वर्ष हुई थी।ये मूलतः उदयपुर विकास खंड के ग्राम पंचायत कुंमडेवा गांव के रहने वाले थे बचपन की शिक्षा गांव में पढ़ाई के बाद मल्टीपर्पज स्कूल अम्बिकापुर में पढ़ाई की बाद एमबीबीएस के पढ़ाई के लिए बाहर चले गए थे।डॉ की डिग्री लेने के बाद होली क्रॉस हॉस्पिटल अम्बिकापुर में भी अपनी सेवाएं इन्हों ने दी थी।बाद में सरकारी नोकरी लगने के बाद लम्बे समय से अपने विकास खंड उदयपुर में सेवा दे रहे थे। 16 अगस्त को इनके गृह ग्राम कुंमडेवा में रेड नदी के तट पर अंतिम संस्कार किया गया।जहाँ हजारो के संख्या में लोगों के अपने चेहते डॉ को नम आंखों से विदाई दी।इनके सेवा भाव को हमेशा उदयपुर एवं सरगुजा जिले के निवासी याद रखेंगे। पूरे ब्लाक में सन्नाटा छाया हुआ है।हर लोगों के जुबान पर इनके आकस्मिक निधन की चर्चा है। कई लोग इनको चाहने वालों आशु नहीं रोक पा रहे हैं।