*केंद्र सरकार की आयुष्मान आरोग्य मंदिर को स्वास्थ्य विभाग ने कर रखा है बंद।*

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*केंद्र सरकार की आयुष्मान आरोग्य मंदिर को स्वास्थ्य विभाग ने कर रखा है बंद।*

 


0*बंद है प्रतापपुर आयुष्मान आरोग्य मंदिर,अब रहते हैं यहां एंबुलेंस वाहन के चालक*






सूरजपुर/प्रतापपुर। आयुष्मान आरोग्य मंदिर मरीजों को प्राथमिक उपचार देने के लिए ये सेंटर बनाए गए हैं, पर कुछ स्वास्थ्य विभाग कि अधिकारियों के लापरवाही की वजह से इनकी खुद की हालत खराब है। ऐसे ही उप स्वास्थ्य केंद्र प्रतापपुर आयुष्मान आरोग्य मंदिर है जो केंद्र सरकार की मनसा अनुरूप बना तो था लेकिन यहां के अधिकारियों ने इसे संचालित करना उचित न समझा केंद्र सरकार की इस योजना के तहत बने हुए भवन को वाहन चालकों को निवास के लिए दे दिया गया और अब भवन का अस्तित्व और केंद्र सरकार की यह योजना दोनों ही खतरे में आ चुकी है। 


ग्रामीणों से प्राप्त जानकारी के अनुसार लगभग एक वर्ष से यह अस्पताल बंद है ना किसी अन्य जगह इसे संचालित किया जा रहा है ना ही लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं इसके अंतर्गत उपलब्ध किया जा रहा है। आयुष्मान आरोग्य मंदिर प्रतापपुर शांति नगर मेन रोड में स्थित है जिससे आम नागरिकों को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिल सकता था लेकिन इसका संचालन ही नहीं किया जा रहा है उप स्वास्थ्य केंद्र में कई राष्ट्रीय कार्यक्रमों का संचालन किया जाता है लेकिन यहां भवन ही बंद पड़ा हुआ है। 


उप स्वास्थ्य केंद्र भवन को 108 एवं 102 एम्बुलेंस के कर्मचारियों के लिए निवास हेतु दे दिया गया है। उप स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ कर्मचारियों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रतापपुर के द्वारा अटैच कर कार्य कराया जा रहा है। उप स्वास्थ्य केंद्र प्रतापपुर में तीन स्टाफ पदस्थ हैं स्टाफ आरएचओ फीमेल श्रीमति अमिता मिंज, आरएचओ मेल डीपी कुशवाहा एवं एक द्वितीय एएनएम श्रीमति गंगोत्री पदस्थ है।


प्रतापपुर के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा मनमानी तरीके से भवन को दूसरे कार्यों के लिए उपयोग में लाया जा रहा है केंद्र सरकार के द्वारा संचालित इस योजना को बंद रख अन्य कार्यों के लिए उपयोग करने का अधिकार किसने दिया यह भी एक सवाल है साथ ही इस उपस्वास्थ्य केंद्र में पदस्थापना के बाद भी अस्पताल का संचालन क्यों नहीं हो रहा है यह समझ से परे है।



विजय सिंह 

बीएमओ प्रतापपुर 


नगर पंचायत होने के कारण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रतापपुर में ही सारी सेवाएं दी जा रही हैं, उस अस्पताल में पदस्थ सभी कर्मचारियों से सेवाएं इसी अस्पताल में ली जा रही है, वाहन चालकों को भी रहने का स्थान चाहिए इसलिए भवन में रहने के लिए वाहन चालकों को दिया गया है अन्य कार्यों के लिए भी भवन का उपयोग किया जा रहा है।

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