0*आशीष टेंट के संचालक आशीष पैकरा सहित एक अन्य का हुआ निधन*
0*ओवर टेक के चक्कर में उदयपुर थाना क्षेत्र के अलकापुरी में हुआ हादसा*
0*ब्लैक स्पॉट बना अलकापुरी का टेढ़ा (कर्व) NH सड़क*
बसंत यादव डाँड़गांव। थाना क्षेत्र के अलकापुरी में विगत कुछ दिनों से लगातार हो रही सड़क दुर्घटनाओं और उनसे हो रही मौत से यह जगह ब्लैक स्पॉट बनता जा रहा है।
ताजा मामला बुधवार की रात आठ से नौ बजे के बीच का है जहां अलकापुरी पेट्रोल पंप के पास ओवर टेक करने के चक्कर में लखनपुर से उदयपुर की ओर जा रहे बाईक सवार आशीष और सेवक राम उदयपुर से अंबिकापुर की ओर जा रहे हाईवा वाहन में बाईक सहित जा घुसे और दुर्घटना में दोनों युवकों की दर्दनाक मौत मौके पर ही हो गई।
दुर्घटना इतनी जबरदस्त थी की बाइक सवार गाड़ी दोनों युवकों में से एक आशीष का सिर कुचल कर भेजा बाहर आ गया था और सेवक राजवाड़े का बाडी सड़क से रगड़कर क्षत विक्षत हालत में सड़क के किनारे पड़ा हुआ था। युवकों की बाइक हाईवा के भीतर ही फंसी हुई थी जोकि लगभग 50 मीटर तक घसटाया हुआ था।
घटना की सूचना पर उदयपुर पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और दोनों ही शव को सीएचसी उदयपुर के मरचूरी में भिजवाया ।
विदित हो की आशीष पैकरा समाज सेवी गंगाराम पैकरा और जनपद अध्यक्ष लखनपुर मोनिका सिंह के सुपुत्र थे। साथ ही आशीष टेंट के नाम से अपना खुद का टेंट व्यवसाय करते थे।
रात में शवों की शिनाख्त नहीं हो पाई
हाईवा क्रमांक सीजी 15 डीपी 2499 से टकराकर काल के गाल में सामने वाले ग्राम पंचायत पोड़ी के जगन्नाथपुर निवासी आशीष पैकरा (32 वर्ष) और सेवक राम (30 वर्ष) है दोनों उदयपुर में एक अन्न प्राशन कार्यक्रम में टेंट लगाने के बाद लखनपुर गए फिर वापस उदयपुर लौट रहे थे और इसी दौरान रात लगभग 8 से 9 के बीच यह दर्दनाक हादसा हो गया।
गुरुवार की सुबह हुई शिनाख्त
मृतक सेवक राम राजवाड़े की बाइक सीजी 15 डीक्यू 6727 के नंबर से वाहन स्वामी का नाम और नंबर निकाल कर परिजनों को घटना की सूचना दी गई।
दोपहर 12 बजे तक दोनों ही शवों का पोस्टमॉर्टम कराकर पुलिस द्वारा शव को परिजनों को सौंप दिया गया। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा।
एक ही गांव में दो लोगों की मौत से जगरनाथपुर गांव में मातम पसरा हुआ है। गमगीन माहौल में देर शाम अंतिम संस्कार किया गया।
ब्लैक स्पॉट बनता जा रहा है अलकापुरी NH 130 का मोड़
विगत कुछ माह में लगभग 6 सड़क दुर्घटनाओं में यहां आधा दर्जन से अधिक मौत हो चुकी है।